कृत्य विश्लेषण को परिभाषित कीजिए। कृत्य विश्लेषण की विधियों (तरीकों) को समझाइए। Meaning and Definitions of Job Analysis, methods of job analysis.

कार्य / कृत्य विश्लेषण का अर्थ एवं परिभाषाएँ कार्य विश्लेषण दो शब्दों से मिलकर बना है— कार्य एवं विश्लेषण। कार्य एक विशिष्ट कार्य क्रिया है जो किसी विशेष उद्देश्य की पूर्ति के लिए की जाती है और विश्लेषण से तात्पर्य किसी विषय के संबंध में गहन एवं व्याख्यात्मक अध्ययन करने से है। इस प्रकार कार्य … Read more

योग्यता मूल्यांकन का क्या अर्थ है ? योग्यता की उपयोगिता एवं महत्त्व को समझाइए । Meaning and Definitions of ‘Merit Rating’

Meaning and Definitions of 'Merit Rating'

निष्पादन मूल्यांकन का अर्थ एवं परिभाषाएँ  किसी व्यक्ति का कार्य निष्पादन के संदर्भ में एवं उसके भावी विकास की संभावनाओं के संदर्भ में (उसका) व्यवस्थित मूल्यांकन करना निष्पादन मूल्यांकन कहलाता है। अन्य शब्दों में, किसी कर्मचारी या उसके वर्तमान कार्य के संबंध में एवं उच्चतर कार्य के लिए उसकी क्षमाताओं का व्यवस्थित मानवीय ढंग से … Read more

प्रशिक्षण की आवश्यकता एवं महत्त्व Need and Importance of Training

Need and Importance of Training

कर्मचारियों/श्रमिकों के प्रशिक्षण की आवश्यकता एवं महत्त्व प्रत्येक संस्था के लिए है। कर्मचारियों से कुशलतापूर्वक कार्य तभी करवाया जा सकता है, जबकि यथासमय प्रशिक्षण दिया जाता रहे । वाटकिन्स एण्ड डोड ने लिखा है कि “प्रशिक्षण प्रबंधकीय नियंत्रण का महत्त्वपूर्ण पक्ष है। दुर्घटनाओं को कम करने, अपव्यय को रोकने तथा किस्म में सुधार करने के … Read more

भर्ती की प्रक्रिया समझाइए, Procedure of Recruitment

Procedure of Recruitment

भर्ती की प्रक्रिया हम जानते हैं कि भर्ती योग्य व्यक्तियों की एक प्रक्रिया है जिसमें व्यक्तियों को आवेदन करने के लिए प्रेरित किया जाता है और प्रोत्साहित भी। किन्तु इसके लिए निम्नलिखित प्रक्रिया का उपयोग किया जाता है- (i) कर्मचारियों के कार्य की प्रकृति एवं योग्यता का निर्धारण- एक बड़े संगठन में विभिन्न स्तरों पर … Read more

भर्ती के आन्तरिक एवं बाह्य स्रोत समझाइए, Internal and External Sources of Recruitment

Internal and External Sources of Recruitment

भर्ती के आन्तरिक एवं बाह्य स्रोत  विभिन्न विद्वानों एवं संस्थाओं द्वारा कर्मचारियों/श्रमिकों की भर्ती के स्रोतों को बतलाया है। जैसे स्कॉट, क्लोचियर एण्ड सौंगल के अनुसार (1) संगठन के अन्तर्गत स्थानान्तरण पदोन्नति, मित्रों एवं रिश्तेदारों द्वारा संतुष्ट कर्मचारियों की सिफारिशें, एवं (2) बाह्य स्रोतों से डाक आवेदन, नियुक्ति एजेन्सियों अन्य व्यवसाय विपणियाँ, अन्य स्थानों पर … Read more

सेवीवर्गीय प्रबंध का क्या अर्थ है ? सेवीवर्गीय प्रबंध के क्षेत्र एवं कार्यों को बताइए।, Meaning of Personnel Management

Meaning of Personnel Management

सेवीवर्गीय प्रबंध का अर्थ एवं परिभाषाएँ सेवीवर्गीय प्रबंध, प्रबन्ध प्रक्रिया का वह भाग है जो कि मुख्यतः किसी संगठन के मानवीय तत्वों (Human Factors) से संबंधित है। दूसरे शब्दों में, यह सामान्य प्रबंध का विस्तार है जिसमें व्यवस्था के उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए प्रत्येक व्यक्ति को अपना पूर्णतम योगदान देने के लिए प्रोत्साहित एवं … Read more

वितरण माध्यम से आपका क्या आशय है ? वितरण माध्यम को प्रभावित करने वाले घटकों का वर्णन कीजिए। Meaning and Definitions of Channels of Distribution

Meaning and Definitions of Channels of Distribution

वितरण माध्यमों/ वाहिकाओं का अर्थ एवं परिभाषाएँ वस्तुओं के अधिकार स्वामित्व को अन्तिम उपभोक्ता या औद्योगिक विक्रेता तक पहुँचने में जिन माध्यमों/वाहिकाओं को अपनाया जाता है, उसे वितरण माध्यम कहते हैं। अन्य शब्दों में, उत्पादक से उपभोक्ता तक संस्था का कोई भी क्रम, जिसमें मध्यस्थ या तो बिलकुल नहीं होते अथवा कितनी भी संख्या में … Read more

वितरण-माध्यमों के प्रकार, Types of Distribution Channel

Types of Distribution Channel

वितरण-माध्यमों के प्रकार  किसी वस्तु या माल को उत्पादकों या निर्माताओं से उपभोक्ताओं/प्रयोक्ताओं तक पहुँचाने के अनेक प्रकार या माध्यम होते हैं। प्रमुख विद्वानों के अनुसार निम्नलिखित है- आर. एस. डावर के अनुसार, 1. निर्माता/उत्पादक→थोक व्यापारी→ फुटकर व्यापारी→ उपभोक्ता 2. निर्माता/उत्पादक→ फुटकर व्यापारी उपभोक्ता→ उपभोक्ता 3. निर्माता/उत्पादक→उपभोक्ता फिलिप कोटलर के अनुसार, 1. निर्माता→उपभोक्ता 2. निर्माता→ … Read more

उत्पाद जीवन-चक्र क्या है उत्पाद जीवन-चक्र की विभिन्न अवस्थायें समझाइए, explain what is product life cycle

explain what is product life cycle

उत्पाद जीवन-चक्र क्या है उत्पाद जीवन-चक्र अवधारणा उत्पाद के जन्म, विकास और पतन की विभिन्न अवस्थाओं को दर्शाता है। अन्य शब्दों में, उत्पाद जीवन-चक्र अवधारणा एक जीवित प्राणी की तरह ही है, जिसमें उत्पाद का जन्म होता है, कुछ समय तक विकसित होता है। अन्त में परिपक्वता को प्राप्त करता है, तत्पश्चात् मृत्यु के लिए … Read more

विपणन शोध का क्षेत्र बताइए Scope or Subject Matter of Marketing Research

Scope or Subject Matter of Marketing Research

विपणन शोध का क्षेत्र या विषय-सामग्री विपणन शोध का क्षेत्र निरन्तर बढ़ता जा रहा है। अब विपणन शोध केवल ग्राहक की रुचियों, प्रकार तथा उत्पादों के ब्राण्ड, नामकरण एवं उपयोग तक ही सीमित नहीं रह गया है। अपितु इससे भी आगे बढ़ गया है। वस्तुतः इसके क्षेत्र या विषय-सामग्री में आज विपणन के अत्यन्त जटिल, … Read more